विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन। विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन।
मेरी खुशियों के साथी आयी होली तुम भी आओ ना, बावरी बरसात की मैं फागुन खेलने आयी, मेरी खुशियों के साथी आयी होली तुम भी आओ ना, बावरी बरसात की मैं फागुन ...
कितना अनोखा है ये बंधन तेरे संग बीते मेरा जीवन कितना अनोखा है ये बंधन तेरे संग बीते मेरा जीवन
याद आती होगी वो अधूरी कहानी याद आती होगी वो अधूरी कहानी
नयनों का संसार नयनों का संसार
साथ में बैठकर खाना भी खा रहे मगर ना थे एक दूजे के। साथ में बैठकर खाना भी खा रहे मगर ना थे एक दूजे के।